जानिए दुर्लभ हत्थाजोड़ी के लाभकारी गुण- Book Panditji for Puja
हमारे वनस्पति शास्त्र में कई ऐसी दुर्लभ जड़ी-बूटियों का उल्लेख है जिन्हें प्राप्त कर पूर्ण विधि-विधान से सिद्ध कर लेने पर मनुष्य को आशातीत लाभ होता है। ऐसी ही एक अति-दुर्लभ जड़ी है ‘हत्थाजोड़ी’जो मूल रूप में एक वृक्ष की जड़ होती है। दुरुपयोग की आशंका के चलते हम उस वृक्ष के नाम का उल्लेख यहां नहीं कर रहे हैं।
‘हत्थाजोड़ी’ में वशीकरण की बड़ी अद्भुत क्षमता होती है। इसमें मां चामुंडा का वास माना गया है। इसकी आकृति मनुष्य के दोनों हाथ की बंद मुट्ठियों की भांति होती है। यह अत्यंत दुर्लभ जड़ है जो बहुत कम प्राप्त हो पाती है।
प्राकृतिक ‘हत्थाजोड़ी’ को विधिपूर्वक पूर्व निमन्त्रित कर निकाला जाता है एवं विशेष मुहूर्तों जैसे रवि-पुष्य, गुरु-पुष्य, नवरात्रि,ग्रहणकाल, होली, दीपावली में विशेष मंत्रों द्वारा सिद्ध किया जाता है।
सिद्धि के पश्चात् इसे चांदी या किसी धातु की डिब्बी में सिंदूर और लौंग व अन्य सामग्रियों के साथ रखा जाता है। इस प्रकार मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी जिस व्यक्ति के पास होती है वह वशीकरण करने में सक्षम हो जाता है। उस पर मां चामुंडा की कृपा सदैव बनी रहती है और उसे चतुर्दिक सफलता मिलती है ।
सिद्ध हत्थाजोड़ी से न केवल आकर्षक व्यक्तित्व का निर्माण होता है बल्कि इस के अन्य बहुत सारे लाभ है ।ऐसी मान्यता है कि-
- मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी पर अर्पित किए गए सिंदूर का तिलक करने से मनुष्य के व्यक्तित्व में सम्मोहन की क्षमता आ जाती है।
2 . मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी को लाल रेशमी वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रखने से कभी धन की कमी नहीं रहती।
3.इसे घर या ऑफिस में विधिवत रखने से जटिल से जटिल वास्तु दोष समाप्त हो जाता है । - मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी को अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान में रखने से व्यापार में वृद्धि होती है।
5.मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी के सम्मुख शत्रु दमन मंत्र का जप करने से शत्रु पीड़ा से मुक्ति मिलती है।
6.मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी के पास रहने से कोर्ट-कचहरी व मुकदमे इत्यादि में निश्चित सफ़लता मिलती है।