मूंगा पहनने के लाभ – Online Panditji for Astrology
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आईये जानते है कि मूंगा पहनने के क्या-क्या लाभ होते हैंं:
- इस रत्न को सोने/चॉदी या तॉबे में पहनने से बच्चों को नजर नहीं लगती एंव भूत-प्रेत व बाहरी हवा का भय खत्म हो जाता है।
- मूंगा धारण करने से ईर्ष्या दोष समाप्त होता है, साहस व आत्म-विश्वास में वृद्धि होती है।
- मूंगा सिर्फ मंगलवार के दिन चित्रा व मृगशिरा नक्षत्र में ही धारण करना चाहिए।
- मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोगों को मूंगा पहनने से अत्यन्त लाभ होता है।
- मूंगा धारण करने के पश्चात नानवेज नहीं धारण करना चाहिए और मंगलवार व शनिवार को तो कदापि नानवेज नहीं ग्रहण करना चाहिए।
- उदासी व मानसिक अवसाद पर काबू पाने के लिए मूॅगा रत्न अवश्य धारण करना चाहिए।
- किसी बच्चे को आलस्य बहुत सता रहा है तो |
- पुलिस, आर्मी, डाक्टर, प्रापर्टी का काम करने वाले, हथियार निर्माण करने वाले, सर्जन, कम्प्यूटर साप्टवेयर व हार्डवेयर इन्जीनियर आदि लोगों को मूॅगा पहनने से विशेष लाभ होता है।
- अगर किसी बच्चे को आलस्य बहुत सता रहा है तो उसे मूॅगा पहनाने से उसका आलस्य दूर भाग जाता है।
- यदि किसी व्यक्ति को रक्त से सम्बन्धित कोई दिक्कत है तो उसे मूंगा पहनने से फायदा मिलता है।
- मिर्गी तथा पीलिया रोगियों के लिए मूंगा पहनना अत्यन्त हितकारी साबित होता है।
- मेष, वृश्चिक, सिंह, धनु व मीन राशि वाले|
- शुगर रोगी अगर मूंगा धारण करेंगे तो उनका शुगर कंट्रोल में बना रहेगा।
- जिनके मॉसपशियों में दिक्कत रहती है, उन्हें मूॅगा पहनने से फायदा मिलता है।
- मेष, वृश्चिक, सिंह, धनु व मीन राशि वाले लोग मूंगा धारण कर सकते है।
- सूर्य और मंगल आपस में मित्र है। सूर्य का रत्न माणिक्य है, इसलिए मूंगा के साथ माणिक्य पहना जा सकता है।
- मूंगा रत्न पोखराज और मोती के साथ भी पहना जा सकता है।
- सिर्फ मंगलवार के दिन मूंगा तर्जनी और अनामिका अंगुली में धारण किया जा सकता है।
- मूंगा गोमेद, लहसुनिया, हरी व नीलम के साथ पहनना हानिकारक सिद्ध हो सकता है।
मूंगा धारण करने की विधि – Online Panditji for Astrology
सोमवार, मंगलवार व बुधवार धूम्रपान व नानवेज कादपि न करें। सोमवार के दिन प्रातःकाल स्नान ध्यान करके कच्चे दूध व गंगाजल में मूंगे को डाल दें। मंगलवार की सुबह 108 बार ‘ऊॅ भौमाय नमः’ मन्त्र का जाप करें एंव हनुमान जी के चरणों में रखकर प्रार्थना करें। हे हनुमान जी हम आपकी कृपा से मूंगा रत्न धारण कर रहें है। अतः इसको धारण करने से हमारे मनोरथ पूर्ण हो। तत्पश्चात मूंगा को तर्जनी या अनामिका उंगली में धारण कर लें।
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